जाट का छोरा स्कूल में जाया करता था ,,,
और क्लास की एक छोरी से प्यार करण लाग्या।
पर जब भी कहन की बात आती
तो भाई की पिण्डी काँपा करती ।
.और क्लास की एक छोरी से प्यार करण लाग्या।
पर जब भी कहन की बात आती
तो भाई की पिण्डी काँपा करती ।
एक दिन जी हिम्मत करके कह ही
दिया अंग्रेजी में :-
"आइ लव यू ।"
छोरी न या बात मास्टरनी से बता दी ।
मास्टरनी नै एक हफ्ते तक जाट का स्कूल से नाम काट दिया ।
हफ्ते पाछे जब जाट स्कूल आया तो मूँह लटका लटका रहन
लाग्या,,
तो छोरी नै तरस सा आया और उसकी किताब में लिख दिया :-
"कि मन्ने माफ़ कर दे , मैं भी तेरे सै
प्यार करूँ हुं ।"
.
इब्ब इस बात नै साल होग्या , दो साल होग्ये ,
जाट न पलट के कुछ भी जवाब नहीं दिया ।
क्यूँ ........
क्यूँ.........
क्यूँ.....
क्यूंकि जाट न कददे किताब खोली हो तो जवाब देता।
.
चौधरियों कददे किताब भी खोल
लिया करो!!